फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी। दाल के फरे रेसिपी। गोझा या दाल पीठा रेसिपी।गेंहू के आटे और चने के दाल के फरे रेसिपी ( Fare Recipe In Hindi )
फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी। दाल के फरे रेसिपी। गोझा या दाल पीठा रेसिपी।गेंहू के आटे और चने के दाल के फरे रेसिपी ( Fare Recipe In Hindi )बहुत ही स्वादिष्ट होते है।फरे उत्तर भारत की ट्रेडिशनल रेसिपी है ,इसे यूपी में गोबर्धन पूजा और भैया दूज के स्पेशल त्यौहार में जरूर से बनाते हैं। ये झटपट बन जाती है और इसकी खास बात ये है कि इसे बनाने में घी या तेल और मसाले बहुत ही कम इस्तेमाल होते हैं। ये यूपी की बहुत प्रसिद्ध नाश्तों की रेसिपी में से एक हैं,और इसे अलग अलग जगह पर अलग अलग नाम से जाना जाता हैं। जैसे - इन्हें भकोसा या भकोसे, गोझा, पनगोझा ,पीठा ,चना दाल फरे और दाल फरा के नाम से भी जाना जाता है।इसे चने के दाल और गेंहू के आटे या चावल के आटे से बनाया जाता है, ये खाने में भी बहुत स्वादिष्ट होते हैं।और जो बनाने में आसान ,खाने में टेस्टी ,और कम समय में झटपट बनकर तैयार हो जाता हैं।
सामग्री:- फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी। दाल के फरे रेसिपी। गेंहू के आटे और चने के दाल के फरे रेसिपी ( Fare Recipe In Hindi ) बनाने में लगने वाली सामग्री
डो बनाने के लिए -
- गेंहू का आटा - 2 कप
- नमक - 1/2 टी स्पून
- घी - 1 टी स्पून
- पानी - आटा गूंथने के लिए
स्टफ़िंग करने के लिए -
- चना दाल - 1 कप
- हरी मिर्च - 3
- लहसुन - 5 -7 कली
- अदरक - 1 इंच
- हींग - 1/4 टी स्पून
- नमक - 3/4 टी स्पून
- लाल मिर्च पाउडर - 1/2 टी स्पून
- गरम मसाला पाउडर - 1/4 टी स्पून
- हरा धनिया - 2 - 3 टेबल स्पून ( बारीक़ कटा हुआ )
फ्राई करने के लिए -
- तेल या घी - 3 टेबल स्पून
- साबुत जीरा - 1 टी स्पून
- सुखी लाल मिर्च - 3
- तैयारी का समय - 10 मिनट
- पकाने का समय - 40 मिनट
- कुल समय - 50 मिनट
- कितने लोगों के लिए - 3 - 4
विधि:- फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी। दाल के फरे रेसिपी। गेंहू के आटे और चने के दाल के फरे रेसिपी ( Fare Recipe In Hindi ) बनाने की विधि
आटे से डो बनाने के लिए -
- फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी। दाल के फरे रेसिपी। गोझा या दाल पीठा रेसिपी ( Fare Recipe In Hindi )बनाने के लिए सबसे पहले हम 2 कप गेंहू के आटे को एक बड़े बाउल में लें,औरआटे में 1/2 टी स्पून नमक तथा 1 टी स्पून घी या तेल डालकर अच्छे से मिला लें।
- और फिर थोड़ा थोड़ा पानी डालकर थोड़ा सख्त आटा गूंथकर तैयार कर लें।और गुंथे हुए आटे को 15 से 20 मिनट के लिए ढककर रेस्ट करने के लिए छोड़ दें।और तब तक हम भरावन तैयार करते हैं।
स्टफ़िंग बनाने के लिए -
- गोझा या चने के दाल के फरे बनाने के लिए सबसे पहले हम 1 कप चना दाल को 2 से 3 बार पानी से धोकर साफ कर लें। और फिर पर्याप्त पानी में 2 से 3 घंटे के लिए भिगोकर रख दें,ताकि चना दाल अच्छे से फूल जाये।और 2 से 3 घंटे के बाद चना दाल को पानी से छान लें।और अब मिक्सर जार में भींगकर फूली हुई चना दाल,3 हरी मिर्च ,5 -7 कली लहसुन और 1 इंच अदरक डालकर हल्का दरदरा पीस लें।
- और दाल को पीसते समय रुक-रुक कर मिक्सर चलायें, एक बार चला कर रोक दें,और चम्मच से दाल को थोड़ा सा घुमा दे या ऊपर नीचे कर दें। और फिर वापस से मिक्सर को चलाएं। इससे दाल अच्छे से हल्का दरदरा पीस जाती हैं।अब पीसी हुई दाल को जार से एक बाउल में निकालें।
- और अब इसमें 3/4 टी स्पून नमक,1/2 टी स्पून लाल मिर्च पाउडर,1/4 टी स्पून गरम मसाला पाउडर,1 पिंच हींग और 2 - 3 टेबल स्पून बारीक़ कटे हुये हरा धनिया पत्ता डालें। अब इस दाल के मिश्रण को अच्छे से मिला लें,और अब हमारी गोझा या फरे की स्टफ़िंग बनकर तैयार हैं।
फरे या गोझा या भकोसा को बनाने के लिए -
- अब हाथ में थोड़ा सा चिकनाई लगाकर डो को एक बार अच्छे से मसल लें।और अब कढ़ाई में पानी डालकर ढक कर गरम होने के लिए गैस पर रख दें।अब आटे के डो से एक मीडियम साइज के आलू के बराबर लोईयां बना लें एक लोई उठा लें और बाकी लोई को ढककर रखें, नहीं तो आटा सूख जायेगा।और अब लोई को गोल करके पेड़े जैसा बना कर पूरी के नाप का बेलें,और इसे पराठे जितना मोटा बेलना है।
- अब पूरी को पलटकर या नीचे की तरफ को ऊपर करके बीच में लगभग 1 से 1 +1 /2(डेढ़) टेबल स्पून दाल के मिश्रण को रखकर गुजिया जैसा मोड़कर इसके किनारे चिपका के इसका मुँह या किनारों को बंद कर दें ,और इसी तरह सभी गोझा या फरे या भकोसे भरकर तैयार कर लें।
फरे या गोझा या भकोसा को उबालने के लिए -
- अब कढ़ाई में जो पानी हमने उबालने रखा था,उसमें ये भकोसे या फरे डालें।और उतने ही डालने हैं ,जितने फरे आसानी से हमारी कढ़ाई में आ सकें।और फिर कढ़ाई को ढ़ककर 4 से 5 मिनट तक गोझे को ऐसे ही पकायें। और जब ये तैरकर ऊपर आने लगे तो आप इन्हें एक बारी पलट कर वापस से कढ़ाई को ढक दें। और ध्यान दें कि गैस का फ्लेम हर वक़्त तेज़ ही रहेगी और पानी भी उबालते रहना ही चाहिए।
- अब कढ़ाई को भी पूरा नहीं ढकना है हल्का सा खुला रखना है, और 15 मिनट तक इन्हें इसी तरह पकाने के बाद इन्हें छलनी में पानी से निकालकर छान लें।ताकि इनका पानी निकल जाये और फिर इन्हें पूरी तरह से ठंडा कर लें। और इसी तरह बाकी फरे या भकोसे को भी उबाल लें।
फरे या गोझा या भकोसा को फ्राई करने के लिए -
- अब जो गोझा या भकोसे छलनी पर ठंडे होने के लिए रखे थे,अब उनको तीन से चार छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें। और जब बाकी भी ठंडे हो जाये तो इसी तरह से तीन से चार छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें।अब एक पैन में 3 टेबल स्पून घी डालकर गर्म करें।और गर्म घी में 1 टी स्पून जीरा डालकर इन्हें थोड़ा चटकने दें।
- इसके बाद जब जीरा रेड हो जाये तो इसमें 2 सुखी लाल मिर्च को दो टुकड़ों में तोड़कर डालें,और एकदम धीमी आंच पर जीरा और लाल मिर्च को भून लें। अब इसमें कटे हुए गोझा को डालकर इन्हें हल्के से चलाते हुए भून लें, थोड़ी-थोड़ी देर में इन्हें चलाते हुए मसालों की कोटिंग इनके ऊपर आने तक इन्हें भूनें।
- इस बीच गैस का फ्लेम भी मीडियम ही रखें। और इनके अच्छे से तल जाने पर इन्हें निकाल लें।अब हमारा फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी।गोझा या दाल पीठा रेसिपी( Fare Recipe In Hindi )बनकर तैयार हैं। अब आप इन्हें हरी चटनी और टोमेटो सॉस के साथ सर्व करें ,और इनके स्वाद का आनंद लें।
नोट्स:- फरे रेसिपी। भकोसा रेसिपी। दाल के फरे रेसिपी। गेंहू के आटे और चने के दाल के फरे रेसिपी ( Fare Recipe In Hindi ) बनाने में ध्यान देने वाली बातें
- फरे का आटा रोटी के आटे से थोड़ा सख्त गुंथे पूरी के आते की तरह। और फरे को पूरी पराठे जैसा मोटी ही बेलनी है,बहुत पतला ना बेले नहीं हो उबलते समय ये टूटने लगते हैं।
- दाल को पीसते समय रुक-रुक कर मिक्सर चलायें, और चम्मच से दाल को थोड़ा सा घुमा दे या ऊपर नीचे कर दें। और फिर वापस से मिक्सर को चलाएं। इससे दाल अच्छे से हल्का दरदरा पीस जाती हैं।
- अगर आप को लहसुन का टेस्ट पसंद नहीं हैं,तो आप लहसुन को स्किप करें।और आप दाल में 1/2 टी स्पून जीरा पाउडर और 1/2 टी स्पून काली मिर्च का पाउडर भी डाल सकते हैं।
- आप दाल में मिर्च अपने टेस्ट के अनुसार कम या ज्यादा कर सकते हैं। पर आप दाल में हींग जरूरत डालें इससे फरे का टेस्ट बहुत अच्छा आता हैं।
- फरे को उबालने के लिए पानी में हर समय अच्छी तरह से उबाल आती रहना चाहिए। और पानी को हमेशा हाई फ्लेम पर ही उबालें ,ताकि पानी में उबाल रहें।
- पानी को उबलते समय दो से चार बूंद तेल या घी पानी में डालें ,जिससे फरे आपस में चिपकते नहीं हैं।और फरे को पानी में डालने के 3 से 4 मिनट के बाद कलछी के उलटे या पिछले हिस्से से फरे को एक बार ऊपर नीचे करते हुए चला दें,ताकि फरे नीचे जाकर बैठ न जाये या कढ़ाई में चिपक ना जाये।
- फरे को फ्राई करना जरुरी नहीं हैं ,आप बिना फ्राई किये भी फरे को उबाल खा सकते हैं। इसका टेस्ट अच्छा लगता हैं। और कम तेल मसालों से बनी हुई ,ये एक हेअल्थी डिश भी हैं।