
साबूदाना एक शुद्ध शाकाहारी और व्रत या उपवास में खाया जाने वाला अनाज है। इसे कसावा की जड़ों से बनाया जाता है और छोटे-छोटे मोती जैसे सफेद दानों के रूप में मिलता है। साबूदाने की खिचड़ी व्रत में सबसे लोकप्रिय रेसिपी है जो नवरात्रि, महाशिवरात्रि और अन्य उपवास के दिनों में बनाई जाती है। यह बनाने में आसान, खाने में टेस्टी और हेल्दी होती है।
सामग्री (Ingredients)
- साबूदाना – 1 कप
- पानी – 1/2 कप (भिगोने के लिए)
- घी – 2 टेबल स्पून
- जीरा – 1 टी स्पून
- करी पत्ता – 5-8
- हरी मिर्च – 2-3 (बारीक कटी)
- अदरक – 1 इंच (कद्दूकस किया हुआ)
- आलू – 2 मध्यम (उबले और कटे हुए)
- मूंगफली – 1/2 कप (भुनी और दरदरी पिसी हुई)
- नारियल का बुरादा – 2-3 टेबल स्पून
- हल्दी पाउडर – 1/4 टी स्पून
- चीनी – 1 टी स्पून
- नींबू का रस – 1 टी स्पून
- सेंधा नमक – स्वादानुसार
- धनिया पत्ता – 2 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)
विधि (Instructions)
- साबूदाना अच्छी तरह धोकर 5-6 घंटे भिगो दें। भीगने के बाद दाने नरम होने चाहिए और हल्का दबाने पर मैश हो जाएं।
- आलू उबालकर छोटे टुकड़ों में काट लें। मूंगफली को हल्का भूनकर दरदरा पीस लें।
- कढ़ाई में घी गरम करें, उसमें जीरा और करी पत्ता डालकर तड़का लगाएं।
- अब इसमें हरी मिर्च और अदरक डालकर भूनें। फिर आलू डालकर हल्का सुनहरा होने तक पकाएं।
- भिगा हुआ साबूदाना, मूंगफली, हल्दी, सेंधा नमक और चीनी डालें। अच्छे से मिलाकर 6-8 मिनट तक पकाएं।
- गैस बंद करके नींबू का रस और धनिया पत्ती डालें। ऊपर से नारियल का बुरादा डालकर सर्व करें।
नोट्स (Tips)
- खिचड़ी बनाने के लिए छोटे दाने का साबूदाना सबसे अच्छा होता है।
- साबूदाना धोते समय स्टार्च पूरी तरह निकाल दें ताकि खिचड़ी चिपके नहीं।
- व्रत में अगर आप अदरक, हल्दी या करी पत्ता नहीं खाते तो इन्हें स्किप कर सकते हैं।
- खिचड़ी को हमेशा घी में बनाने से इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
सर्व करने का तरीका
गरमा-गरम साबूदाने की खिचड़ी को मूंगफली की चटनी, दही या नारियल की चटनी के साथ परोसें। यह व्रत के दिनों में पेट भरने वाली और ऊर्जा देने वाली रेसिपी है।